शिवपुरी,
जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना के जांबाज जवानों से बचने के लिए आतंकवादी अब स्थानीय लोगों की मदद ले रहे हैं. ऐसे में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को सुरक्षित रास्ता देकर भागने में मदद करने वाले पत्थरबाजों से निपटने के लिए भारतीय सेना ने अब नया प्लान तैयार किया है.
सेना की नई रणनीति के तहत मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के सीआईटी स्कूल में देशभर के चुनिंदा 500 पैरामिलेट्री जवानों को पत्थरबाजी से निपटने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है.
चार सप्ताह तक चली ट्रेनिंग के दौरान इन कमांडो को पत्थरबाजों को काबू करने में दक्ष किया गया है.
कमांडो को पत्थरबाजों की आड़ लेकर छिपे आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की भी ट्रेनिंग दी गई.
बताया जा रहा है कि सीआईटी स्कूल ने सबसे पहले देशभर में पैरामिलेट्री फोर्स के 500 ऐसे जवानों को चुना, जिनका शारीरिक और मानसिक लेवल बाकी जवानों से बेहतर था.
इसके बाद जवानों को चार सप्ताह तक 420 घंटे की ट्रेनिंग दी गई. हर रोज जवानों को 15 घंटे तक ट्रेनिंग से गुजरना पड़ा.
जवानों को कड़ी ट्रेनिंग देकर हर हालात से निपटने के लिए तैयार किया गया.
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद हर जवान को एक परीक्षा से गुजरना पड़ा, जिसमें सफल होने के बाद ही उन्हें सीआईटी स्कूल से रिलीव किया गया.
सभी जवानों को जम्मू-कश्मीर में तैनात किया जाएगा. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सभी को उनकी तैनाती स्थल के लिए रवाना कर दिया गया.
यह जवान अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ मोर्चा संभालकर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
No comments:
Post a Comment