उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के शिवलिंग का क्षरण रोकने के लिए महाकाल मंदिर समिति ने बड़ा निर्णय लिया है. सुप्रीम कोर्ट में पहले से दायर पिटीशन को लेकर मंदिर समिति ने पूजन के दौरान श्रद्धालुओं के रासायनिक पदार्थों से बने कंकू सहित मिलावटी दूध, दही, घी और शक्कर चढ़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. मंगलवार को पुरातत्व विभाग भोपाल की टीम द्वारा महाकाल मंदिर पहुंच कर शिवलिंग का निरीक्षण करने और क्षरण की पुष्टि के बाद समिति ने उक्त निर्णय लिया है.
जानकारी के अनुसार बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्धालु भगवान महाकाल के शिवलिंग को दर्शन के दौरान छू सकते हैं. यह सुविधा अब कुछ ही ज्योर्तिलिंगों में बची है. इसके अलावा रोजाना भस्म आरती के दौरान मंदिर के कुंड से श्रद्धालु जल लेकर लिंग पर चढ़ाते हैं. रोजाना कई किलो फूलों से पूजन और पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर का उपयोग पूजन के दौरान किया जाता है.
मंगलवार को पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर ने टीम सहित उज्जैन पहुंचकर शिवलिंग का निरीक्षण किया और क्षरण की पुष्टि की. महाकाल मंदिर समिति ने इसके बाद मंदिर के बाहर बिकने वाले रासायनिक पदार्थों से बने कंकू, शक्कर सहित दूध, फूल, दही, घी को समय—समय पर खाद्य विभाग की टीम चेक करे और कंकू जैसी पूजन सामग्री में काम आने वाली चीजों पर रोक लगाए. इसके आलावा कुंड के पानी की भी जांच की बात मंदिर समिति की और से की गई है.
जानकारी के अनुसार बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्धालु भगवान महाकाल के शिवलिंग को दर्शन के दौरान छू सकते हैं. यह सुविधा अब कुछ ही ज्योर्तिलिंगों में बची है. इसके अलावा रोजाना भस्म आरती के दौरान मंदिर के कुंड से श्रद्धालु जल लेकर लिंग पर चढ़ाते हैं. रोजाना कई किलो फूलों से पूजन और पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर का उपयोग पूजन के दौरान किया जाता है.
मंगलवार को पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर ने टीम सहित उज्जैन पहुंचकर शिवलिंग का निरीक्षण किया और क्षरण की पुष्टि की. महाकाल मंदिर समिति ने इसके बाद मंदिर के बाहर बिकने वाले रासायनिक पदार्थों से बने कंकू, शक्कर सहित दूध, फूल, दही, घी को समय—समय पर खाद्य विभाग की टीम चेक करे और कंकू जैसी पूजन सामग्री में काम आने वाली चीजों पर रोक लगाए. इसके आलावा कुंड के पानी की भी जांच की बात मंदिर समिति की और से की गई है.
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