मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का 'बापू' ज्ञान सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे. गौर ने जनता को बताया कि गांधी जी क्यों एक धोती पहनते हैं और क्यों शहर में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा बेईमान है.
राजधानी भोपाल के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय के पास भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वर्षगांठ पर तिरंगा यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और सांसद आलोक संजर थे.
राजधानी भोपाल के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन कार्यालय के पास भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वर्षगांठ पर तिरंगा यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और सांसद आलोक संजर थे.
कार्यक्रम में बाबूलाल गौर ने महात्मा गांधी जी के चरित्र के बारे में बताते हुए कहा कि गांधी जो बोलते थे, वहीं करते भी थे. उन्होंने कहा कि गांधी जी नदी में स्नान करने गए थे. इसी दौरान गांधी जी ने देखा कि एक महिला अपनी आधी साड़ी को धो रही थी और आधी साड़ी को लपेट रही थी. महिला का शरीर नग्न हो रहा था. ये सबकुछ देखकर गांधी जी ने अपनी एक धोती पानी में बहा दी, ताकि महिला धोती पहन सके.
गौर ने कहा कि तब से आधे लोग आधे कपड़े पहन रहे हैं और महात्मा गांधी ने तभी से एक लंगोटी लगाए थे. गौर ने कहा कि ऐसा चरित्र हमारे नेताओं का भी होना चाहिए.
गौर ने कहा कि तब से आधे लोग आधे कपड़े पहन रहे हैं और महात्मा गांधी ने तभी से एक लंगोटी लगाए थे. गौर ने कहा कि ऐसा चरित्र हमारे नेताओं का भी होना चाहिए.
तिरंगा कार्यक्रम के मंच से गौर ने गांधी जी के साथ प्रदेश की जनता की भी अपना ज्ञान दे दिया. गौर ने बेईमानी की ऐसी व्याख्या कर दी, कि शहर की जनता पर सवाल खड़े होने लगे हैं. गौर ने कहा कि सबसे ज्यादा बेईमान शहरों में रहते हैं. गांवों में बेईमान नहीं रहते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि शहर में साफ सफाई के मामले में 10% लोग सुधरे हैं. वहीं 'गांव में 80% लोग सुधरे हैं. गौर ने कहा कि सरकार नहीं बल्कि जनता भोपाल को स्मार्ट बनाएगी.
उन्होंने यह भी कहा कि शहर में साफ सफाई के मामले में 10% लोग सुधरे हैं. वहीं 'गांव में 80% लोग सुधरे हैं. गौर ने कहा कि सरकार नहीं बल्कि जनता भोपाल को स्मार्ट बनाएगी.
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