नई दिल्ली। डोकलाम विवाद को लेकर दलाई लामा ने कहा कि यह गंभीर मुद्दा नहीं है। भारत और चीन दो विशाल मुल्क हैं। दोनों मुल्क एक दूसरे पर निर्भर है और दोनों को साथ-साथ रहना भी है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन भाई-भाई की तरह हैं। चीन का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जिस जगह पर आजादी ना हो वह जगह मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है। भारत को लेकर उन्होंने कहा कि इस देश में लोगों को हर तरह की आजादी है। यहां के लोग जो चाहें कर सकते हैं इसलिए मुझे भारत में रहना बहुत पसंद है। जहां लोगों को आजादी ना हो वह देश मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
चीन में भी हो लोकतांत्रिक सरकार
दलाई लामा ने कहा कि मैं लोकतंत्र में विश्वास रखता हूं और इसकी प्रशंसा भी करता हूं। तिब्बत इतना छोटा मुल्क है, वहां पर भी लोकतंत्र है। लोकतंत्र में लोगों को आजादी रहती है और उनपर कुछ भी थोपा नहीं जाता है। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही चीन में लोकतांत्रिक सरकार का गठन होगा। यह मांग चीन के लोगों की है जिसपर कम्युनिस्ट पार्टी जरूरत ध्यान देगी।
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