नई दिल्ली। एक बाद एक कड़े नियमों को सूबे की योगी सरकार लागू करती जा रही है। अब प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों पर भी नकेल कसने की कवायद योगी सरकार ने शुरू कर दी है। सूबे में 300 कॉलेज सरकार की रडार में आ गये हैं। डॉ एपीजे अब्दुल कलम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने ऐसे 300 कॉलेजों को चिन्हित किया है जिसमें इस साल एक भी छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया है। जिसके बाद अब इस कॉलेजों पर कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है।
माना जा रहा है कि एकेटीयू इस बार इन 300 कॉलेजों को बंद करने का मन बना चुका है। कुलपति प्रो विनय पाठक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि एकेटीयू ऐसे संबद्ध संस्थानों को बंद करने का फैसला कर चुकी है जिनमें इस साल एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया है। ऐसे कॉलेजों की गुणवत्ता ठीक नहीं मानी गई है। इसके साथ ही इन 300 कॉलेजों का रिजल्ट भी खराब रहा है। इसके चलते इस कॉलेजों में इस बार छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया है।
सूबे की राजधानी में मीडिया से मुखातिब होते कुलपति ने साफ कहा कि ऐसे संस्थानों को बंद करने के साथ इन पर जुर्माना भी लगेगा। इस संबंध में जल्द ही कार्य परिषद में प्रस्ताव लाया जाएगा। ये निर्णय प्रदेश के इंजीयरिंग कॉलेजों में 5 चरणों में हुई काउंसलिंग के बाद भी 300 कॉलेजों में एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया है। ऐसे में अब इन कॉलेजों पर कड़ी कार्रवाई सरकार करने का मन बना चुकी है। इसके साथ ही जल्द ही अब सरकार इन कॉलेजों को मान्यता देने के नियमों में भी बदलाव लाया जा रहा है।
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