नई दिल्ली . रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वार्षिकरिपोर्ट 2016-17 को जारी किया है। इस रिपोर्टमें नोटबंदी के बाद मार्च 2017 तक की स्थितिकी जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिकनोटबंदी के दौरान बैन किए गए 1000 रुपये केपुराने नोटों में से करीब 99 फीसदी बैंकिंगसिस्टम में वापस लौट आए हैं। 1000 रुपये के8.9 करोड़ नोट (1.3 फीसदी) नहीं लौटे हैं।
रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटबंदी के बाद नये नोटोंकी छपाई से वर्ष 2016-17 में नोटों की छपाईकी लागत दोगुनी होकर 7,965 करोड़ रुपये होगई जो 2015-16 में 3,421 करोड़ रुपये थी।नोटबंदी के बाद बैंकिंग सिस्टम में नोटों का सर्कुलेशन 20.2 फीसदी (YoY) घटा है। इस साल सर्कुलेशन में नोटों की वैल्यू 13.1 लाख करोड़ है जबकि पिछले साल (मार्च) यह 16.4 लाख करोड़ थी।
2000, 500 रुपये की नई डिजाइन के भी नकली नोट पकड़े गए
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकिंग सिस्टम में मार्च 2017 तक 7,62,072 नकली नोट पकड़े गए। सबसे बड़ी चिंता कीबात 2000 और 500 रुपये की नई डिजाइन के भी नकली नोटों के सामने आने की है। आरबीआई के मुताबिक 2000 रुपये केनोट की नई डिजाइन के 638, और 500 रुपये के नोट की नई डिजाइन के 199 नकली नोट पकड़े गए।
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