नई दिल्ली। वित्त विधेयक 2017 पर राज्यसभा में हुई हंगामेदार बहस के ठीक एक दिन बाद सियासी पारा चढ़ गया और सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। बसपा सदस्य मायावती ने सरकार से पूछा कि पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग में रिक्त सीटें क्यों नही भरी जा रहीं। उच्च सदन में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू होते ही बसपा व कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्य नारेजबाजी करने लगे और सदन का कामकाज ठप कर दिया। संसदीय कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सरकार की ओर से हस्तक्षेप करते हुए कहा कि रिक्त पदों के भरे जाने पर चर्चा की जा सकती है।
उपाध्यक्ष पीजे कुरियन ने भी उत्तेजित सदस्यों को समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि मंत्री ने सभी आयोगों के रिक्त पदों को तत्काल भरने को कहा है। इसके बावजूद नारेबाजी कर रहे सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद सदन की बैठक स्थगित कर दी गई। पुनः कार्यवाही शुरु होने पर स्थिति वैसी ही बन गई और समाजवादी पार्टी के प्रो. रामगोपाल यादव ने एक बार फिर अन्य पिछड़ा आयोग के आरक्षण का मामला उठा दिया। इसके बाद फिर शुरू हुए हंगामे के कारण सदन की कार्य़वाही पहले प्रश्नकाल तक स्थगित हुई और सदस्यों के आसन के समीप आ जाने पर हंगामे को देखते हुए बैठक 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
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