बालाघाट। लांजी थाना पुलिस ने प्रधान आरक्षक की हत्या करने वाले 2006 से फरार चल रहे 30 हजार के इनामी स्थायी वारंटी नक्सली को गिरफ्तार किया है।
ट्रेनी आईपीएस अधिकारी लांजी एसडीओपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि 1999 में लांजी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक मुन्ना लाल की टांडा दलम के नक्सली दयाराम उर्फ शेषलाल ने हत्या कर दी थी। उसके खिलाफ 2005 में अपराध धारा 342, 323, 307, 366, 395, 302, भादवि तथा 25, 27, आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर मामले को कार्रवाई में लिया था। 2006 में न्यायालय ने नक्सली के खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया था। वहीं वारंटी फरार नक्सली की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस महानिरीक्षक बालाघाट जोन ने 30 हजार का इनाम घोषित किया था।
प्रधान आरक्षक की हत्या करने के बाद से टांडा दलम का नक्सली दयाराम हैदराबाद में छुपकर मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रह था। लांजी पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि उक्त नक्सली अपने परिवार से मिलने लांजी क्षेत्र के नंदौरा गांव आया हुआ है। जिसपर पुलिस ने लांजी एसडीओपी के निर्देशन पर अीम का गठन कर गुरुवार को दबिश देकर फरार चल रहे 30 हजार के इनामी नक्सली को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने नक्सनी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया हैं।
पुलिस महानिरीक्षक जी जनार्दन व पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के निर्देशन में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) लांजी प्रदीप शर्मा, उप.निरी. श्रंगेश राजपूत, विकास खिची, प्रआरक्षक सुनील उइके, आरक्षक रवि राउत व अन्य थाना स्टाफ ने प्रधान आरक्षक की हत्या कर फरार हुए नक्सली को पकड़ा है।
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