मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बुधवार को इतिहास रचने जा रहा है. यहां पर 15वीं बार ग्रीन कॉरिडोर बनाकर तीन लोगों को नई जिंदगी दी जाएगी.
देवास जिले के मन्डाहेडा निवासी 46 वर्षीय किसान चंद्रपाल पिता भूपेंद्र सिंह की राजावत का अटाडिया में एक्सीडेंट हो गया था. उसे इलाज के लिए इंदौर सी एच एल हॉस्पिटल लाया गया था.
हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने मंगलवार शाम 7:30 बजे चंद्रपाल को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने इसकी सूचना परिजनों को दी.
चंद्रपाल की मौत के बाद डॉक्टरों परिजनों ने उसके अंग दान करने का फैसला किया. इसकी सूचना संभागायुक्त संजय दुबे को भी दी गई.
बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह 9 से 10 के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा, इस दौरान एक घंटे तक अस्पताल तक के रूट पर वाहनों को रोक दिया जाएगा.
चंद्रपाल की दोनों किडनियां और लिवर चोइथराम अस्पताल में दिए जाएंगे. दिल को ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को सौंपा जाएगा.
वहीं आंखे एम. के. इंटरनेशनल आई बैंक त्वचा चोईथराम हॉस्पिटल स्किन बैंक भेजे जाएंगे.
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