गुजरात चुनाव के तहत कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग जारी है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि मुंबई हमले के दो साल बाद 2010 में जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लश्कर के बारे में उनकी राय पूछी गई तो उन्होंने उस पर जवाब ना देते हुए, हिंदू आतंकवाद को बड़ी समस्या बताया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि उन्होंने क्यों कहा कि लश्कर हिंदू आतंकवाद से भी कम खतरनाक है. 26/11 के हमले के बाद भी उन्हें लगता था कि लश्कर-ए-तैयबा खतरनाक नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल ने इंडियन आर्मी की सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सवाल उठाया, उन्होंने 'खून की सौदागरी' का आरोप लगाया था.
रविशंकर ने कहा कि हमें गर्व है कि मोदी सरकार के अंतर्गत आर्मी मजबूत हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई हमले के बावजूद मनमोहन सिंह सरकार ने शर्म-अल-शेख समझौता किया.
आरक्षण मुद्दे पर रविशंकर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा जा चुका है कि आरक्षण 50 फीसदी से ज्यादा नहीं दिया जा सकता है, 1971 के बाद ऐसे 7 फैसले आ चुके हैं. कांग्रेस का प्लान क्या है, क्या वह लोगों से आरक्षण के मुद्दे पर खोखले वादे कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पाटीदार युवाओं को बेवकूफ नहीं बनाना चाहिए.
रविशंकर बोले कि हमने कभी नहीं कहा कि सरदार पटेल हमारे नेता हैं, हम कहते हैं वो आपके नेता हैं. लेकिन आपने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया, उन्हें क्यों 1991 में भारत रत्न दिया गया. 1950 के बाद से नेहरू-गांधी परिवार 40 साल सत्ता में था, कभी भारत रत्न नहीं दिया. उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात की तरह ही अन्य राज्य भी अब ऐसे समिट कर रहे हैं, जिसमें बंगाल भी शामिल है.
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