मध्य प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर राज्य स्तरीय महिला अपराध हेल्पलाइन स्थापित की गई है, जिसका फोन नम्बर 1090 है. इस नम्बर पर कहीं से भी कॉल किया जा सकता है. कॉल मिलने पर पुलिस द्वारा तत्काल सहायता मुहैया कराई जाती है.
प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक महिला अपराध के मुताबिक महिला अपराध हेल्पलाइन की स्थापना महिला अपराधों पर त्वरित कार्रवाई व तत्काल सहायता के मकसद से स्थापित की गई है. इस हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है. साथ ही 24 घण्टे में फीडबैक भी लिया जाता है.
भोपाल में सबसे ज्यादा महिलाएं होती हैं प्रताड़ित
मध्य प्रदेश में राज्य महिला आयोग ने अप्रैल 2016 से मार्च 2017 तक की रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कई चौकानें वाले तथ्य सामने आए हैं.
प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक महिला अपराध के मुताबिक महिला अपराध हेल्पलाइन की स्थापना महिला अपराधों पर त्वरित कार्रवाई व तत्काल सहायता के मकसद से स्थापित की गई है. इस हेल्पलाइन पर शिकायत करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है. साथ ही 24 घण्टे में फीडबैक भी लिया जाता है.
भोपाल में सबसे ज्यादा महिलाएं होती हैं प्रताड़ित
मध्य प्रदेश में राज्य महिला आयोग ने अप्रैल 2016 से मार्च 2017 तक की रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में कई चौकानें वाले तथ्य सामने आए हैं.
रिपोर्ट की मानें तो भोपाल, इंदौर, सागर, ग्वालियर, जबलपुर जैसी बड़े महानगरों में सबसे ज्यादा महिलाएं प्रताड़ित होती हैं. ये स्थिति तब है जब इन सभी बड़े शहरों में पढ़ा लिखा तबका रहता है. इन्हीं शहरों में रेप, अपहरण, दहेज, प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, मारपीट समेत कई तरह की प्रताड़ना महिलाओं को दी जा रही है.
महिला आयोग की रिपोर्ट में सबसे कम महिला प्रताड़ना के मामले अनूपपुर, उमरिया, कटनी, मंडला, डिंडौरी, श्योपुर, बुरहानपुर, अलीराजपुर, सिंगरौली, सिवनी, खरगोन जिले में सामने आए हैं. ये सभी छोटे जिले हैं. यहां पर पढ़ा-लिखा तबका कम है. बावजूद इसके प्रदेश के पढ़ी लिखी आबादी वाले जिलों में सबसे ज्यादा महिला अपराध हो रहे हैं.
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