मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे परभोपाल आए भाजपा के राष्ट्रीयअध्यक्ष अमित शाह ने साफतौर परकहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव मेंराज्य से सभी 29 सीटें जीतनी हैं.
प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी केपदाधिकारियों से बैठक में अमित शाहने कहा कि कांग्रेस सांसदज्योतिरादित्य सिंधिया औरकमलनाथ को किसी भी कीमत परजीतने नहीं देना है. शाह ने कहा किकांग्रेस के ये दो नेता हमारे विधायकोंसे तालमेल कर जीत जाते हैं. पहलेदिन हुई पांच बैठकों में शाह पार्टी का रोडमैप नेताओं के सामने रखते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ कीसीटों पर पार्टी की तैयारियों की मॉनिटरिंग वे खुद करेंगे.
शाह ने तल्ख अंदाज में कहा कि इन सीटों पर समन्वय बनाने वाले नेताओं पर भरोसा नहीं किया जाएगा. ऐसी सीटों कीजिम्मेदारी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को सौंपी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘हम सत्ता में 5-10 साल के लिए नहीं, कम से कम 50 साल के लिए आए हैं. इस मानस के साथ ही हमें आगे बढ़ते जाना है और इस विश्वास के साथ आगे बढ़ना है कि 40-50 सालकी सत्ता के माध्यम से इस राष्ट्र में एक व्यापक परिवर्तन हम खड़ा करेंगे.’
अमित शाह ने आगे कहा, ‘हमारे पास आज केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार है. 330 सांसद और 1387 विधायक हैं. हमें आजपार्टी सर्वोच्च स्थान पर दिखाई देती है. लेकिन 2014 की विजय को भी उत्कृष्ट कार्यकर्ता सर्वोच्च नहीं मानता है, इसलिए हमेंइससे बहुत आगे जाना है.’
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से आह्वान किया, ‘कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कामरूप से कच्छ तक कोई बूथऐसा नहीं रहे, जहां हम न हों. देश ने हमारे ऊपर बहुत भरोसा किया है, इसलिए हमें भी अपने नागरिकों के भरोसे पर खराउतरना है.’ 2014 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों में से 27 पर भाजपा ने कब्जा किया था. केवल गुना सेज्योतिरादित्य सिंधिया और छिंदवाड़ा से कमलनाथ ही जीतने में कामयाब रहे थे. हालांकि, दिलीप सिंह भूरिया के निधन सेखाली हुई झाबुआ संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने जीत दर्ज की थी.
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