पीएम नरेंद्र मोदी से सीख लेते हुए सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने अपने विधायकों से भी एक-एक गांव गोद लेकर उसे आदर्श गांव बनाने का एलान किया था. मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक पीएम और सीएम के निर्देशों को लेकर कितने गंभीर है इसकी एक बानगी शहडोल जिले में देखने को मिली.
यहां भाजपा से जयसिंहनगर की महिला विधायक प्रमिला सिंह ने बैगा बाहुल्य पचड़ी गांव को गोद लेकर आदिवासियों को विकास का सपना दिखाया. अब गांव के मौजूदा हालात यह हैं कि स्कूल में बनने वाले मध्याह भोजन को खाने के लिए बच्चों के साथ कुत्ते भी शामिल होते हैं.
भाजपा विधायक प्रमिला सिंह के इस आदर्श गांव में मिडिल और प्राइमरी स्कूल दोनों अगल-बगल हैं. लापरवाही की तस्वीर प्राइमरी स्कूल की है. जब न्यूज18 की टीम विधायक के आदर्श गांव पहुंची तो वहां बच्चे कुत्तों के साथ बैठकर मध्याह्न भोजन करते मिले. जिस तरह कतार में बच्चे बैठे थे उसी तरह कुत्तों की भी कतार मध्याह्न भोजन पाने के लिए लगी थी.
गंदगी के बीच में बैठे बच्चों ने बताया यहां हर दिन वो कुत्तों के बीच ही बैठकर मध्याह्न करते हैं. इस गंभीर लापरवाही के पीछे की वजह तलाशने के लिए जब ईटीवी ने पड़ताल शुरू की तो इस पूरे मामले की गुनहगार खुद भाजपा की विधायक मिलीं.
दरअसल, विधायक अपने आदर्श गांव में सड़क निर्माण करवा रहीं हैं. उन्होंने जिस ठेकेदार को निर्माण का जिम्मा सौंपा है उसे वह अतिरिक्त कक्ष भी सौंप दिया जहां बैठकर बच्चे मध्याह्न भोजन करते थे. कक्ष मिलते ही ठेकेदार ने बच्चों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और सड़क में काम कर रहे मज़दूरों को भवन में ठहरा दिया.
स्कूल के बच्चों ने बताया कि गांव को गोद लेने के बाद भी विधायक मैडम कभी कभार ही आती हैं. पिछले 15 अगस्त के बाद कुछ माह पूर्व विधायक प्रमिला सिंह अपना जन्मदिन मनाने स्कूल पहुंची थी. इसके बाद वो दोबारा स्कूल की ओर नहीं आईं.
प्राइमरी स्कूल में आधा सैकड़ा के बीच मात्र एक शिक्षक पदस्थ हैं. विभागीय कार्य या अवकाश पर स्कूल भगवान भरोसे चलता है. एक अतिथि शिक्षक भी रखा गया है लेकिन नियमित स्कूल नहीं आने से बच्चे खुद के ज्ञान के आधार पर ही ज्ञानवान हो रहे हैं.
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