अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शुक्रवार देर रात डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ली। राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले भाषण में उन्होंने साफ कर दिया कि अब उनकी सरकार अमेरिका फर्स्ट की नीति पर चलेगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अपने देश और यहां के लोगों के हितों को सबसे ऊपर रखेंगे। हम अमेरिका में फिर से नौकरियां और पूंजी लाएंगे और इस देश को एक महान देश बनाएंगे। हालांकि अपने ही भाषण में उन्होंने पूर्व की सरकारों पर गंभीर आरोप लगाते हुए देश को नई गति देने के लिए नई नीतियों पर काम करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने भारतीय पीएम मोदी की तर्ज पर कहा कि हम वाशिंगटन से देश की जनता को सत्ता सौंप रहे हैं। अब अमेरिका पर जनता का राज होगा।
नौकरियां और पूंजी वापस लाएंगे
पद संभालने के बाद ट्रंप ने पारंपरिक तरीके से लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ा। उन्होंने अपने इस भाषण में देश के लिए आर्थिक एजेंडे को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होेंने कहा, अब हम देश में नौकरियां और पूंजी वापस लाएंगे। पूर्व की सरकारों पर अपनी भडास निकलाते हुए उन्होंने कहा-हमारी पूर्व की सरकारों की नीतियों में काफी खामियां रहीं। हम दूसरे देशों में निवेश करते रहे और हमारे यहां कारखाने बंद होते रहे। इतना ही नहीं हम दूसरे देशों को सैन्य मदद देते रहे और खुद हमारी सेना कमजोर होती रही। देश में ऐसी नीतियों को बढ़ाया गया, जिससे अमीर लोग और अमीर होते गए और गरीब और ज्यादा गरीब।
बाय अमेरिका हायर अमेरिका की नीति
ट्रंप ने खुलकर कहा कि अब हमारी नीति अमेरिका को आगे बढ़ाने की होगी। उन्होंने कहा, चाहे काम का मामला हो या व्यापार, टैक्स, विदेश या अप्रवासी से जुड़ा मामला। हम अमेरिका के लोगों का हित सबसे आगे रखेंगे। हमारी प्राथमिकता अमेरिका के लोगों के हितों को प्राथमिकता देने की होगी। हम बाय अमेरिका और हायर अमेरिका की नीति पर काम करेंगे। पूर्व की सरकारों की नीतियों के चलते देश में कंपनियां और कारखाने बंद हुए लेकिन अब हम अमेरिकी तकनीक और ताकत से अपने इस देश को आगे बढ़ाएंगे।
गोरा-काला-भूरा सबका खून एक रंग का
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि चाहे व्यक्ति गोरा हो या काला, या वो भूरा हो लेकिन सभी का खून एक जैसा है। उन्होंने कहा कि वह देश में नस्लीय विभाजन और अल्पसंख्यक समुदाय में डर की किसी भी स्थिति को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा-हम विभाजन को खत्म कर देंगे। एक अमेरिकी चाहे वह किसी भी सोच और रंग का क्यों न हो, उसे अमेरिका में बराबर स्वतंत्रता और संवैधानिक सुरक्षा दी जाएगी।
अपनी धरती से आतंकवाद को खत्म कर देंगे
ट्रंप ने इस दौरान कहा कि वह अपनी धरती से आतंकवाद का नामों निशान मिटा देंगे। आतंकवाद को देश-दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि वह आईएस जैसी किसी भी ताकत को पूरी तरह से खत्म करने की रणनीति बनाएंगे। ऐसी किसी भी ताकत का वजूद वह अमेरिका की धरती पर नहीं रहने देंगे।
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