भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट के मामले में पकड़े गए खुरासन मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों ने पिछले साल 11 अक्टूबर को दशहरे पर पीएम की लखनऊ रैली में कम तीव्रता का ब्लास्ट किया था। सभा स्थल से 250 मीटर दूर हुए इस ब्लास्ट की आवाज रावण दहन के शोर के कारण सुनी नहीं जा सकी थी। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था। आतिफ मुजफ्फर उर्फ अल कासिम समेत तीन संदिग्ध आतंकियों ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया है। संदिग्धों से यूपी एटीएस और एनआईए पूछताछ कर रही है।
ट्रायल के लिए ट्रेन ब्लास्ट!
आरोपितों ने बताया कि लखनऊ में हल्का ब्लास्ट ट्रायल के तौर पर किया था, जिससे आगे पीएम की रैली में बड़े धमाके किए जा सकें। भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट भी ट्रायल के तौर पर ही किया गया था। ये लोग आईएसआईएस के लिए सीरिया में काम कर रहे पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे। सोशल मीडिया के जरिए इन्होंने ट्रेन में बम रखने और फिर ब्लास्ट के बाद की तस्वीरें हैंडलर को भेजी थीं। ब्लास्ट के बाद खबरों के लिंक भी भेजे गए। ये लोग चाहते थे कि हैंडलर उन्हें सीरिया बुला ले और ट्रेनिंग दे। बता दें कि 7 मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट मामले में आतिफ मुजफ्फर समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था। इनसे पूछताछ के आधार पर यूपी में 6 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जबकि लखनऊ एनकाउंटर में सैफुल्लाह को यूपी एटीएस ने मार गिराया था।
ट्रायल के लिए ट्रेन ब्लास्ट!
आरोपितों ने बताया कि लखनऊ में हल्का ब्लास्ट ट्रायल के तौर पर किया था, जिससे आगे पीएम की रैली में बड़े धमाके किए जा सकें। भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट भी ट्रायल के तौर पर ही किया गया था। ये लोग आईएसआईएस के लिए सीरिया में काम कर रहे पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे। सोशल मीडिया के जरिए इन्होंने ट्रेन में बम रखने और फिर ब्लास्ट के बाद की तस्वीरें हैंडलर को भेजी थीं। ब्लास्ट के बाद खबरों के लिंक भी भेजे गए। ये लोग चाहते थे कि हैंडलर उन्हें सीरिया बुला ले और ट्रेनिंग दे। बता दें कि 7 मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट मामले में आतिफ मुजफ्फर समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था। इनसे पूछताछ के आधार पर यूपी में 6 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जबकि लखनऊ एनकाउंटर में सैफुल्लाह को यूपी एटीएस ने मार गिराया था।
अब तो कोंग्रेस और खेज़रिवाल बोलेगा ये आतंकव्वादी नहीं है साबुत लाओ क्योंकि ये मुस्लिम है ।
Praआतंकियों का प्लान दिल्ली दहलाने का भी था। पिछले साल इन्होंने दिल्ली में इंडिया गेट समेत छह जगहों की रेकी की थी। फरवरी में ये लोग दिल्ली से जम्मू-कश्मीर चले गए। वहां इनका इरादा दहशतगर्दों से मिलकर सुरक्षा बलों से लड़ने का था। इन्होंने पंजाब के अमृतसर, राजस्थान के जैसलमेर और मुंबई जाकर भी कई जगह रेकी की थी।
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