लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से शुक्रवार को पार्टी के 209 उम्मीदवारों की लिस्ट घोषित किए जाने से कांग्रेस पार्टी को झटका लगा है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सपा के इस ऐलान से काफी नाराज है। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि दोनों को साथ में उम्मीदवारों का ऐलान करना था, लेकिन सपा ने ऐसा पहले ही कर दिया और तो और जो सीटें कांग्रेस ने मांगी थीं, उन पर भी सपा ने प्रत्याशी खड़े कर दिए। ऐसे में दोनों पार्टियों के गठबंधन पर संशय के बादल छा गए हैं।
राज बब्बर का दिल्ली लौटने का प्लान रद्द
इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के लखनऊ से दिल्ली लौटने का प्लान अचानक रद्द हो गया है। संभावना है कि राज बब्बर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर गठबंधन को लेकर चर्चा कर सकते हैं। बता दें कि इससे पहले यह खबर आई थी कि राज बब्बर समाजवादी पार्टी के नेताओं से मिले बगैर ही दिल्ली लौट रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर की 3 सीट नोएडा, दादरी और जेवर पर सपा ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए, जबकि कांग्रेस यहां से कम से कम एक सीट पाने की उम्मीद कर रही थी। वहीं अखिलेश खेमे के नेता किरणमय नंदा ने कहा है कि अमेठी सीट के अलावा लखनऊ कैंट सीट भी सपा अपने पास ही रखेगी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-सपा गठबंधन में आधा दर्जन सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। सपा अपने मंत्री गायत्री प्रजापति के लिए अमेठी सीट चाहती है। बदले में गौरीगंज सीट छोड़ने को तैयार है। सूत्रों का कहना है कि अदला-बदली में कांग्रेस रायबरेली, बछरांवा, तिलोई, हरचंदपुर और ऊंचाहार सीट मांग रही है। सरेनी पर भी दावा है। सपा सरेनी और ऊंचाहार सीट नहीं छोड़ना चाहती, ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडेय सरकार में मंत्री हैं। सपा के ताजा रुख से दोनों के गठबंधन की संभावनाओं पर फिर आशंका के बादल छा गए हैं।
लिस्ट में शिवपाल का नाम
अखिलेश यादव ने पहली सूची में अपने चाचा शिवपाल यादव को जसवंतनगर सीट से टिकट दिया है। इतना ही नहीं बेनीप्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को भी टिकट दिया गया है।
कांग्रेस गठबंधन चाहती है तो हमारा फार्मूला माने: नंदा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन के तमाम कयासों के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को कड़ा संदेश दे दिया है। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अगर भाजपा को परास्त करने के लिए गठबंधन करना चाहती है तो उसे सपा के फार्मूले को मानना होगा। इस फार्मूले के तहत सपा उसे कुल 403 में से केवल 85 सीटें ही दे सकती है।
राज बब्बर का दिल्ली लौटने का प्लान रद्द
इसी बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर के लखनऊ से दिल्ली लौटने का प्लान अचानक रद्द हो गया है। संभावना है कि राज बब्बर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर गठबंधन को लेकर चर्चा कर सकते हैं। बता दें कि इससे पहले यह खबर आई थी कि राज बब्बर समाजवादी पार्टी के नेताओं से मिले बगैर ही दिल्ली लौट रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर की 3 सीट नोएडा, दादरी और जेवर पर सपा ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए, जबकि कांग्रेस यहां से कम से कम एक सीट पाने की उम्मीद कर रही थी। वहीं अखिलेश खेमे के नेता किरणमय नंदा ने कहा है कि अमेठी सीट के अलावा लखनऊ कैंट सीट भी सपा अपने पास ही रखेगी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-सपा गठबंधन में आधा दर्जन सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। सपा अपने मंत्री गायत्री प्रजापति के लिए अमेठी सीट चाहती है। बदले में गौरीगंज सीट छोड़ने को तैयार है। सूत्रों का कहना है कि अदला-बदली में कांग्रेस रायबरेली, बछरांवा, तिलोई, हरचंदपुर और ऊंचाहार सीट मांग रही है। सरेनी पर भी दावा है। सपा सरेनी और ऊंचाहार सीट नहीं छोड़ना चाहती, ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडेय सरकार में मंत्री हैं। सपा के ताजा रुख से दोनों के गठबंधन की संभावनाओं पर फिर आशंका के बादल छा गए हैं।
लिस्ट में शिवपाल का नाम
अखिलेश यादव ने पहली सूची में अपने चाचा शिवपाल यादव को जसवंतनगर सीट से टिकट दिया है। इतना ही नहीं बेनीप्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को भी टिकट दिया गया है।
कांग्रेस गठबंधन चाहती है तो हमारा फार्मूला माने: नंदा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठबंधन के तमाम कयासों के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को कड़ा संदेश दे दिया है। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अगर भाजपा को परास्त करने के लिए गठबंधन करना चाहती है तो उसे सपा के फार्मूले को मानना होगा। इस फार्मूले के तहत सपा उसे कुल 403 में से केवल 85 सीटें ही दे सकती है।
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