प्योंगयांग। उत्तर कोरिया ने सोमवार को सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पुकगुकसॉन्ग-2 के सफल परीक्षण का दावा किया। साथ ही यह भी बताया कि इसके शीर्ष नेता किम जोंग उन ने परीक्षण का निरीक्षण किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए के हवाले से बताया कि पुकगुकसॉन्ग-2 को ’कोरियाई शैली का नया सामरिक हथियार’ नाम दिया गया है। इसे पिछले साल अगस्त में पनडुब्बी आधारित बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद शीर्ष के नेता किम जोंग उन के निर्देश पर बनाया गया था।
इसमें कहा गया है कि किम को इस बैलिस्टिक मिसाइल पर प्रगति की हर जानकारी दी गई, उन्होंने परीक्षण की तिथि तय की और खुद इसका निरीक्षण किया। सरकारी मीडिया के अनुसार, इसका परीक्षण पड़ोसी देशों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया। किम ने परीक्षण की सफलता पर संतोष जताते हुए कहा कि यह नई बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली संचालन में सहजता के साथ-साथ तेजी से मार करने को भी सुनिश्चित करती है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने रविवार को उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की जानकारी दी थी और कहा था कि यह उसके पूर्वी जल क्षेत्र में 500 किलोमीटर तक दूर गया। मध्यम दूरी के मुसुदन बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण स्थानीय समयानुसार सुबह 7.55 बजे उत्तर कोरिया के नॉर्थ प्योंगयांग प्रांत में बंघयोन के नजदीक किया गया था।
उत्तर कोरिया ने पिछले साल अक्टूबर में भी इसी स्थान से प्योंगयांग मुसुदन मिसाइल का परीक्षण किया था। यह उत्तर कोरिया का साल 2017 में पहला बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण है। साथ ही यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी के शपथ ग्रहण के बाद भी उत्तर कोरिया का पहला मिसाइल परीक्षण है।
दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा किया गया बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन है, जो उत्तर कोरिया को किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण के लिए प्रतिबंधित करता है। उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण अपनी परमाणु व मिसाइल क्षमताओं के प्रदर्शन के लिए किया है। साथ ही वह ट्रंप प्रशासन के कड़े रुख के खिलाफ भी इस तरह के परीक्षण के जरिये सशस्त्र विरोध दर्शाना चाहता था।
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